ना जाना कभी भी
To all moms who are our first & forever love! Hard to imagine a world without moms! Fathers too, but moms are so special that even fathers don't mind just being there!
जाये चाहे सारा ज़माना कही भी, माँ, तू कही मत जाना कभी भी देखा तुझे, जब ये आँखें खुली थी, होश ना था पर, कुछ बातें हुई थी तेरे आंसुओं ने भिगोया था मुझे तेरे गोद में माँ, जन्नत मिली थी तेरी उँगलियों ने ही सींचा मुझे था तेरा हाथ थामे ये दुनिया मिली थी तेरे सपनों से ही मेरे सपने बुने थे तेरे साथ ही माँ, ख़ुशिया मिली थी अब जाये ये दुनिया चाहे कही भी, माँ, तू हरगिज़ ना जाना कभी भी